शब्द का अर्थ
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कृष्ट :
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वि० [सं०√कृष्+क्त] १. खिंचा या खींचा हुआ। २. जोता-बोया हुआ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृष्ट-फल :
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पुं० [ष० त०] खेत की पैदावार। फसल। |
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समानार्थी शब्द-
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कृष्टपच्य :
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वि० [सं० कृष्ट√पच् (पाक)+क्यप्] खेत में पका हुआ (अन्न आदि)। |
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कृष्टपाक्य :
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वि० [सं० कृष्ट√पच्+ण्यत्]=कृष्टपच्य। |
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कृष्टि :
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स्त्री० [सं०√कृष्+क्तिन्] १. खीचने की क्रिया या भाव। २. आकृष्ट करना। ३. खेत आदि जोतने-बोने का काम। पुं० विद्वान व्यक्ति। |
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समानार्थी शब्द-
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कृष्टोप्त :
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वि० [सं० कृष्ट-उप्त० स० त०] जोता या बोया हुआ। (खेत)। |
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