शब्द का अर्थ
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					कूची					 :
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					स्त्री० [सं० कूचिका] १. छोटा कूचा या झाड़। २. मूँज आदि का बनाया हुआ एक प्रकार का ब्रुश जिससे दीवारों पर सफेदी की जाती है। ३. चित्रकार की वह कलम जिससे वह चित्रों में रंग आदि भरता है। तूलिका। मुहावरा—कूची देना=चित्रों आदि में रंग भरना। स्त्री० [फा० कूचा] १. वह कुल्हिया जिसमें मिस्री जमाई जाती है। २. मिट्टी का वह बरतन जिसमें कोल्हू से निकला हुआ रस इकट्ठा होता है। स्त्री०=कुंजी (ताला खोलने की)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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