शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					कुरंग					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० कु√रंग (गति)+अच्] [स्त्री० कुरंगी] १. तामड़े या बादामी रंग का हिरन। ३. बरवै नामक छंद का एक नाम। पुं० [सं० कु+हिं० रंग] १. बुरा रंग। २. बुरा लक्षण। वि० बुरे रंग का। बदरंग। वि० पुं०=कुम्मैत।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कुरंग-सार					 :
				 | 
				
					पुं० [ष० त०] कुरंग अर्थात् हिरन की नाभि में से निकलने वाला सुगंधित द्रव्य। कस्तूरी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कुरंगक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० कुरन्+कन्] मृग।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कुरंगम					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० कुर√गम् (जाना)+खच्, मुम्]=कुरंग।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कुरंगिन					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० कुरंग] मादा हिरन। हिरनी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कुरंगिय					 :
				 | 
				
					पुं० १.=कुरंग। २.=कुलंग।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |