शब्द का अर्थ
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कालकूट :
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पुं० [सं० काल-कूट, उपमित स० अथवा० काल√कूट् (उपताप)+अण्] १. समुद्र मन्थन के समय निकला हुआ परम भीषण विष जिसे शिवजी ने पान किया था। २. भीषण विष। बहुत तेज जहर। ३. एक प्रकार का बहुत भीषण वानस्पतिक विष। काल। बछनाग। ४. सींगिया की जाति का एक पौधा जिसकी जड़ विषाक्त होती है। ५. उत्तर भारत के एक पर्वत का नाम। ६. इस पर्वत के आस-पास का प्रदेश, जिसमें आजकल के देहरादून और कालसी नामक स्थान है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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