शब्द का अर्थ
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कालक :
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पुं० [सं०√कल् (प्रेरणा)+णिच्+थवुल्-अक] १. तैतीस प्रकार के केतुओं में से एक। २. आँख की पुतली। ३. पानी का साँप। डेड़हा। ४. पूर्वी भारत का एक प्राचीन देश। ५. यकृत। जिगर। ६. बीजगणित में दूसरी अव्यक्त राशि। वि० काले रंग का। काला। |
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समानार्थी शब्द-
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कालका :
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स्त्री० [सं० काल+क, टाप्०] दक्ष प्रजापति की एक कन्या जिसका विवाह कश्यप से हुआ था और जिससे नरक तथा कालक नाम के दो पुत्र उत्पन्न हुए थे। |
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कालकूट :
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पुं० [सं० काल-कूट, उपमित स० अथवा० काल√कूट् (उपताप)+अण्] १. समुद्र मन्थन के समय निकला हुआ परम भीषण विष जिसे शिवजी ने पान किया था। २. भीषण विष। बहुत तेज जहर। ३. एक प्रकार का बहुत भीषण वानस्पतिक विष। काल। बछनाग। ४. सींगिया की जाति का एक पौधा जिसकी जड़ विषाक्त होती है। ५. उत्तर भारत के एक पर्वत का नाम। ६. इस पर्वत के आस-पास का प्रदेश, जिसमें आजकल के देहरादून और कालसी नामक स्थान है। |
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कालकोठरी :
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स्त्री० [हिं० काल+कोठरी] १. जेलखाने की वह बहुत छोटी और अँधेरी कोठरी जिसमें भीषण अपराध करनेवाले कैदी रखे जाते हैं। (सालिटरी सेल) २. बहुत ही अँधेरी और तंग जगह। |
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कालक्रमिक :
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वि० [सं० कालक्रम+ठक्-इक] (कार्यों घटनाओं आदि की सूची) जो कालक्रम के विचार से प्रस्तुत हो। २. काल-क्रम-संबंधी। |
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