शब्द का अर्थ
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					कानि					 :
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					स्त्री० [?] १. कुल समाज आदि की मर्यादा या लोक-लज्जा का ऐसा ध्यान जो सहसा किसी बुरे काम में न पड़ने दे। लोक-लज्जा। मुहावरा—कानि पड़ना=कुल, समाज आदि की मर्यादा के अनुसार आचरण करना। २. बड़ों का अदब, लिहाज या संकोच। उदाहरण—सेवक सेवकाई जानि जानकीस मानै कानि।—तुलसी।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					कानिष्ठिक					 :
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					वि० [सं० कनिष्ठिका+अण्] वय, विस्तार आदि में सब से छोटा। पुं० सब से छोटी उँगली। कनिष्ठिका।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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