शब्द का अर्थ
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					कलना					 :
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					स्त्री० [सं०√कल्+ णिच्+युच्—अन, टाप्] १. ग्रहण करने या लेने की किया या भाव। २. ज्ञान। ३. रचना। बनावट। विशेषतः सुन्दर बनावट या रचना। उदा०—देव-सृष्टि की सुख-विभावरी तारों की कलना थी।—प्रसाद। सं० [सं० कलन] १. कलन करना। गिनती करना। गिनना। २. हिसाब लगाना।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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