शब्द का अर्थ
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कढ़ना :
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अ० [सं० कर्षण, पा० कड्ढन] १. बाहर आना या निकलना। उदाहरण—इधर गोकुल से जनता कढ़ी।—हरिऔध। मुहावरा—कढ़ जानास्त्री का किसी प्रेमी के साथ निकल या भाग जाना। २. उदय होना। ३. (प्रतिद्वंद्विता में) आगे निकल जाना। स० काढ़ना। (बाहर निकालना)। अ० [सं० क्वथन] दूध आदि तरल पदार्थों का आग पर औटकर गाढ़ा होना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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