शब्द का अर्थ
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कंठ्य :
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वि० [सं० कंठ+यत्] कंठ संबंधी। गले का। पुं० वह वर्ण, जिसका उच्चारण कंठ से होता हो। जैसे—अ, क, ख, ग, घ, ङ, ह और विसर्ग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंठ्य-तालव्य :
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वि० [द्व० स०] (वर्ण) जिसका उच्चारण कंठ तथा तालु दोनों के योग से होता हो। (गठरोपैलेटल) जैसे—‘ए’ और ‘ऐ’ वर्ण। |
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समानार्थी शब्द-
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कंठ्यौष्ठ्य :
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वि० [कंठ्य-औष्ठ्य, द्व० स०] (व्याकरण के अनुसार वह वर्ण) जिसका उच्चारण कंठ और ओंठ से एक साथ किया जाय। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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