शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					कंटा					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० कांड] वह पतली तथा छोटी लकड़ी जिसके एक सिरे पर चपड़ा या लाख लगा रहता है और जिससे चुड़िहारे चूड़ियाँ रँगते हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कंटाइन					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० कात्यायिनी] १. चुंडैंल। २. कर्कश या लड़ाकी स्त्री। वि० [?] बिलकुल ठीक या पक्का।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कंटाप					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० कनटोप] किसी वस्तु का अगला या सामनेवाला भारी भाग या सिरा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कँटाय					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० किंकिणी] एक प्रकार का कँटीला पेड़ा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कँटार					 :
				 | 
				
					वि०=कँटीला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कंटाल					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० कंट√अल् (पर्याप्त)+अच्] एक प्रकार की वनस्पति। रामबाँस।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |