शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					आरा					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० आ√ऋ(गति)+अच्-टाप्] [स्त्री० अल्प० आरी] १. लोहे की वह दाँतीदार पट्टी जिससे लकड़ी, लोहा आदि से चीरते है। २. चमड़ा सीने का सूजा। ३. लकड़ी की वह पट्टियाँ जो पहिए की बीच की गड़ारी या उसके बाहरी चक्कर तक जडी होती है। ४. लकड़ी की कड़ी या पत्थर की पटरी जिसे दीवार पर रखकर उसके ऊपर घोड़ियां या टाँटा बैठाते हैं। दीवार-दासा। प्रत्यय-[फा०] (यौगिक शब्दों के अंत में) जिसके रहने से किसी की शोभा बढ़े। सुशोभित करनेवाला। जैसे—जहाँ आरा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराइश					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०] सजावट।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराइशी					 :
				 | 
				
					वि० [फा०] आराइश या सजावट के काम में आनेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराकस					 :
				 | 
				
					पुं० [फा०] वह जो आरे से लकड़ी, लोहा आदि चीरता हो। आरा चलानेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराज					 :
				 | 
				
					पुं० =अराजकता।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराज़ी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [अ०] १. भूमि। जमीन। २. कृषि के योग्य भूमि। खेत।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराण					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० रण] युद्ध। (डि०) उदाहरण—अरि देखें आराण में, तृण मुख माँझल त्याँह।—बाँकीदास।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आरात					 :
				 | 
				
					अव्य० [सं० आरात्] निकट। पास। उदाहरण—अंबिकालय नयर आरात।—प्रिथीराज।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराति					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० आ√रा(देना)+क्तिच्] वैरी। शत्रु।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आरात्रिक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० अरात्रि+ठञ्-इक] १. आरती करनेवाला व्यक्ति। २. आरती के लिए धूप, दीप आदि ऱखने का आधान या पात्र।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराधक					 :
				 | 
				
					वि० [सं० आ√राध् (उपासना करना)+णिच्+ण्वुल्-अक] [स्त्री० आराधिका] आराधना करनेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराधन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० आ√राध्+ल्युट्-अन] [वि० आराधक, आराधित, आराधनीय, आराध्य] आराधना करने की क्रिया या भाव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराधना					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० आ√राध्+णिच्+मुच्-अन-टाप्] देवी, देवता आदि को संतुष्ट तथा अपने अनुकूल करने के लिए की जानेवाली उनकी उपासना या पूजा।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराधनीय					 :
				 | 
				
					वि० [सं० आ√राध्+णिच्+अनीयर] जिसकी आराधना करना इष्ट तथा उचित हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराधित					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [सं० आ√राध्+णिच्+क्त] [स्त्री० आराधिता] जिसकी आराधना की गई हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराध्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं० आ√राध्+णिच्+यत्] [स्त्री० आराध्या] जिसकी आराधना की जाती हो। पूजनीय। पूज्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराम					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० आ√रम् (क्रीड़ा)+घञ्] उपवन। वाटिका। बगीचा। पुं० [फा०] १. ऐसी स्थिति जिसमें शांति, संतोष तथा सुख हो। जैसे—हम यहाँ आराम से हैं। मुहावरा—आराम से-धीरे-धीरे। जैसे—काम आराम से होता रहेगा। २. रोग में कमी होने या रोग दूर हो जाने की अवस्था। जैसे—आजकल उन्हें पहले से आराम है। वि० जिसका रोग कम हो गया हो या दूर हो गया हो। जैसे—वह जल्दी ही आराम हो जायँगे।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराम-कुर्सी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०] एक प्रकार की लंबी कुर्सी जिसमें सहारा लगाकर लेटने तथा दोनों ओर हाथ रखने के लिए लंबी पटरियाँ होती है। सुखासन। (ईजी चेअर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराम-गाह					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०] सोने की जगह। शयनागर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराम-तलब					 :
				 | 
				
					वि० [फा०] [भाव० आराम० तलबी] १. सुख चाहनेवाला। २. सुकुमार। ३. आलसी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराम-तलबी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०] आराम तलब होने की अवस्था या भाव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराम-दान					 :
				 | 
				
					पुं० [फा०आराम+दान] १. पायदान। २. सिंगारदान।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आराम-पाई					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०आराम+हिं० पाय] एक प्रकार का हलका जूता।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आरालिक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० अराल+ठक्-इक] [स्त्री० आरालिका] रसोई या भोजन पकानेवाला। पाचक। रसोइया।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आरास्ता					 :
				 | 
				
					वि० [फा० आरास्तः] सजा या सजाया हुआ। सुसज्जित।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |