शब्द का अर्थ
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					आखत					 :
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					पुं० [सं० अक्षत, प्रा० अक्खत] १. मांगलिक अवसरों पर पूजा आदि के काम में आनेवला कच्चा चावल जिसमें प्रायः दही या गीली रोली मिली रहती है। २. शुभ अवसरों पर ब्राह्मणों को दिया जानेवाला निमंत्रण जिसमें प्रायः उक्त चावल से उन्हें तिलक लगाया जाता है। ३. उक्त अवसरों पर नाइयों, भाटों बाजेवालों आदि को दिया जानेवाला निमंत्रण और बिदाई।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					आखता					 :
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					वि० [फा० आख्तः] (पशु) जिसका अंडकोश निकाल दिया गया हो। बधिया किया हुआ।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |