शब्द का अर्थ
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अविरत :
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वि० [सं० न० त०] [भाव० अविरति] १. जिसके बीच में विराम या ठहराव न हो। निरंतर चलता या होता रहनेवाला। (काँन्स्टेन्ट) २. लगा या सटा हुआ। अ० य० निरंतर। लगातार। पुं० विराम का अभाव। निरंतरता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अविरति :
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स्त्री० [सं० न० त०] १. विरत न होने की दशा या भाव। २. आसक्ति। लीनता। ३. अशांति। ४. व्यभिचार। ५. ऐसा आवरण जो धर्मशास्त्रों के अनुरूप न हो। (जैन)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |