शब्द का अर्थ
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					अवलेह					 :
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					पुं० [सं० अव√लिह् (चाटना)+घञ्] [वि० अवलेह्य] १. गाढ़ी लेई। २. चाटने की वस्तु। जैसे—चटनी, शहद आदि। ३. ऐसी ओषधि या वस्तु जो चाटी जाए। ४. फलों आदि का वह गूदा और रस जो पकाकर गाढ़ा कर लिया गया हो। (जेलीं)।				 | 
			
			
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					अवलेहन					 :
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					पुं० [सं० अव√लिह्+ल्युट्-अन] जीभ से चाटने की क्रिया या भाव।				 | 
			
			
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					अवलेह्य					 :
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					वि० [सं० अव√लिह्+ण्यत्] (ओषधि, चटनी आदि) जो चाटी जाने को हो या चाटे जाने के योग्य हो।				 | 
			
			
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