शब्द का अर्थ
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					अवनि					 :
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					स्त्री० [सं० अव√अव (रक्षण आदि)+आनि] १. वह समस्त विस्तृत तल जिस पर मनुष्य रहता है और कार्य करता है। २. पृथ्वी। ३. उँगली। ४. एक प्रकार की लता।				 | 
			
			
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					अवनि-तल					 :
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					पुं० [ष० त०] जमीन की सतह। धरातल।				 | 
			
			
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					अवनि-पति					 :
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					पुं० [ष० त०] राजा।				 | 
			
			
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					अवनि-पाल					 :
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					पुं० [ष० त०] राजा।				 | 
			
			
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					अवनि-पालक					 :
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					पुं० [ष० त०] १. राजा। २. पहाड़। पर्वत।				 | 
			
			
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					अवनि-सुत					 :
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					पुं० [ष० त०] मंगल ग्रह।				 | 
			
			
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					अवनि-सुता					 :
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					स्त्री० [ष० त०] जानकी। सीता।				 | 
			
			
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					अवनिचर					 :
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					वि० [सं० अवनि√चर् (गति)+ट] जगह-जगह घूमता रहनेवाला। घुमक्कड़।				 | 
			
			
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					अवनिज					 :
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					पुं० [सं० अवनि√जन् (उत्पन्न होना)+ड] मंगल-ग्रह।				 | 
			
			
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					अवनिध्र					 :
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					पुं० [सं० अवनि√धृ (धारण करना)+ट] पर्वत। पहाड़।				 | 
			
			
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					अवनिप					 :
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					पुं० [सं० अवनि√पा (रक्षण)+क] राजा।				 | 
			
			
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