शब्द का अर्थ
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					अवडेर					 :
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					पुं० [हिं० अव+रार या राड़ ?] [क्रि० अवडेरना] १. चक्कर। फेर। २. झंझट-बखेड़ा। ३. रंग या सुख-भोग में होने वाली बाधा। रंग में भंग।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					अवडेरन					 :
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					स० [हिं० अव+डेरा ?] १. किसी का डेरा या निवास स्थान इस प्रकार उजाड़ना कि उसे भागकर दूर जाना पड़े। उदाहरण—भोरानाथ भोरे ही सरोष होते थोरे दोष पोषि तोषि थापि आपेन न अवडलिये।—तुलसी। २. तंग कर के भगाना। ३. चक्कर या झंझट में डालना। ४. प्रेरित करना। उकसाना। ५. अपमानित करना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					अवडेरा					 :
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					वि० [हिं० अवडेर] १. झंझट में डालने या फँसानेवाला। २. जो चक्करदार हो। पेंचीला। ३. बेढब। ४. विलक्षण। ५. विकट।				 | 
			
			
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