शब्द का अर्थ
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					अर्य					 :
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					वि० [सं०√ऋ+यत्] १. उत्तम। श्रेष्ठ। २. प्रिय। ३. आदरणीय। पुं० १. मालिक। स्वामी। २. ईश्वर। ३. वैश्य।				 | 
			
			
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					अर्यमा (मन्)					 :
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					पुं० [सं० अर्य√मा (मान)+कनिन्] १. सूर्य। २. बारह आदित्यों में से एक। ३. पितरों का एक गण या वर्ग। ४. उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र। ५. आक। मदार।				 | 
			
			
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					अर्या					 :
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					वि० [अ०] १. प्रकट। व्यक्त। २. खुला हुआ। स्पष्ट।				 | 
			
			
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					अर्या					 :
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					स्त्री० [सं० अर्य+टाप्] १. वैश्य जाति की स्त्री। २. गृहिणी। ३. रखी हुई स्त्री। रखेली।				 | 
			
			
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