शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					अर्थात्					 :
				 | 
				
					अव्य० [सं० अर्थ+आत्] १. (इस पद या शब्द का) अर्थ या माने होता है कि। अर्थ यह है कि। जैसे—सं० अश्व, फा० अस्प, अर्थात् घोड़ा। २. (जो कहा गया है उसका) अभिप्राय या आशय है कि। मतलब यह कि। जैसे-अर्थात् अब आप उनसे नहीं मिलेंगे।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |