शब्द का अर्थ
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अबाँह :
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वि० [हिं० अ+बाँह] १. जिसे बाँह या हाथ न हो। २. जिसका कोई सहारा, सहायक या रक्षक न हो। असहाय। उदाहरण—चाह अलबाल औ अबाँह के कलपतरू, कीरति-मयंक प्रेम सागर अपार है।—आनंदघन। ३. अकेला। (क्व०)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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