शब्द का अर्थ
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					अपेख					 :
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					स्त्री० [सं० अपेक्षा] १. आवश्यकता। अपेक्षा। २. आकांक्षा। चाह। उदाहरण—स्याम-सुंदर संग मिलि खेलन को आवत हिये अपेखैं।—कुंभनदास। वि० [हिं० अ+पेखना=देखना] जो देखा न गया हो।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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