शब्द का अर्थ
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					अनिंद					 :
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					वि० =अनिंदनीय।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					अनिंदनीय					 :
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					वि० [न० त०] १. जिसकी निंदा न की जा सकती हो। २. जिसकी निंदा करना उचित न हो। ३. निर्दोष। ४. उत्तम। अच्छा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					अनिंदित					 :
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					वि० [न० त०] जिसकी निंदा न हुई हो।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					अनिंद्य					 :
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					वि० [न० त०] जिसकी निंदा न की जा सकती हो अर्थात् श्रेष्ठ।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |