शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					अनाहत					 :
				 | 
				
					वि० [सं० न-आहत, न० त०] १. जो आहत न हो। २. जिसपर आघात न हुआ हो। ३. जिसकी उत्पत्ति आघात से न हुई हो। ४. (गणित में) जिसका गुणन न हुआ हो। पुं० १. हाथों के अँगूठों से दोनों कान बंद करने पर सुनाई पड़नेवाला एक प्रकार का शब्द। अनहद नाद। २. हठयोग में शरीर के अंदर ह्रदय के पास का वह चक्र या स्थान जहाँ से उक्त शब्द निकलता है। (हार्ट प्लेक्सस) ३. नया कपड़ा जो अभी पहना न गया हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					अनाहतनाद					 :
				 | 
				
					पुं० [कर्म० स०] वह ध्वनि या शब्द जो योगियों को अपने अंदर सुनाई पड़ता है। ( दे०‘अनाहत’ २. )				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					अनाहतशब्द					 :
				 | 
				
					पुं० [कर्म० स०]=अनाहत नाद।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |