शब्द का अर्थ
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					अड़ंगा					 :
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					पुं० [सं० अ=नहीं+सं० टिक्=चलना या डग] १. किसी को चलने से रोकने या गिराने के लिए उसकी टाँगों में फँसायी जाने वाली अपनी टाँग। २. उक्त क्रिया करके प्रतिद्वन्द्वी को गिराने के लिए कुश्ती का एक दाँव या पेंच। ३. लाक्षणिक अर्थ में बाधा या रुकावट। मुहावरा—अड़ंगा डालना या लगाना=कार्य में अड़चन डालना। अड़ंगे पर चढ़ाना=चाल या दाँव से अपने अधिकार में करना। ४. छत, खपरैल आदि को गिरने से रोकने के लिए उसके नीचे लगाई जाने वाली लकड़ी।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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