शब्द का अर्थ
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					अटकल					 :
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					स्त्री० [सं० अर्ध+कल् किंवा अन्तर+कल्गु० अठकल, सिं० अट्कल्, मरा० अटकल] (भाव० अटकलबाजी) १. बिना किसी निश्चित परिकलन या माप के कल्पना द्वारा बताई हुई लगभग ठीक गणना या मात्रा। २. गुण-दोष का अनुमान या कल्पना करने की शक्ति। पहचान। (गेस)				 | 
			
			
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					अटकल-पच्चू					 :
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					वि० [हिं० अटकल+पच्चू ?] केवल कल्पना या अनुमान के आधार पर जाना या सोचा-समझा हुआ (फलतः ऊट-पटाँग या बिना सिर पैर का)।				 | 
			
			
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					अटकलना					 :
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					स० [हिं० अटकल] अटकल लगाना। अंदाज या अनुमान करना।				 | 
			
			
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