शब्द का अर्थ
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अछत :
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वि० [हिं० अ+छत (छतना) =होना] जो उपस्थित या वर्तमान न हो। उदाहरण—गनती गनबै तैं रहे, छत हू अछत समान-बिहारी। क्रि० वि० (हिं० अछना का कृदंत रूप) उपस्थित या विद्यमान रहते हुए। (किसी के) रहते या होते हुए। उदाहरण—तोर अछत दसकंधर मोर कि अस गात होइ—तुलसी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अछताना :
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अ० हिं० पछताना का अनु०। जैसे—अछता-पछता कर चले आये। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |