शब्द का अर्थ
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अग्रह :
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पुं० [सं० न० त०] १. ग्रहण करने का भाव या क्रिया। २. (न० ब०) गार्हस्थ्य धर्म को स्वीकार न करने वाला व्यक्ति। ३. वानप्रस्थ। ४. सन्यासी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अग्रहार :
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पुं० [सं० अग्र√हृ (हरण करना) +घञ्) १. ब्राह्यण को जीविका निर्वाह के लिए राजा से मिली हुई भूमि। २. खेत की उपज का वह भाग जो ब्राह्यण व गुरु आदि के निमित्त पहले ही निकाल दिया जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |