शब्द का अर्थ
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					अंजल					 :
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					पुं० [अन्न+जल]=अन्न जल (दाना पानी)। स्त्री०=अंजलि।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					अंजलि					 :
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					स्त्री० [सं०√अंज्+अलि; प्रा० गुज० अंजली; मरा० ओंजल] १. हथेली का वह रूप जो उँगलियों को कुछ ऊपर उठाने से बनता है। २. दोनों हथेलियों को उक्त रूप में एक साथ मिलाने से बनने वाला गड्ढा, जिसमें कुछ भरकर लिया या दिया जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					अंजलि-गत					 :
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					भू० कृ० [द्वि० त०] १. अंजलि में आया हुआ या रखा हुआ। २. प्राप्त या हस्तगत किया हुआ।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					अंजलि-पुट					 :
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					पुं० [(ष० त०] दे० ‘अंजलि २'।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					अंजलि-बद्ध					 :
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					वि० [ब० स०] जो हाथ जोड़े हुए हो करबद्ध।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					अंजली					 :
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					स्त्री० [सं० अंजलि-डीष्]=अंजलि।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |