शब्द का अर्थ
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					सैका					 :
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					पुं० [सं० सेक (पात्र)] [स्त्री० अल्पा० सैकी] १. घड़े की तरह का मिट्टी का एक बरतन जिससे कोल्हू से गन्ने का रस निकाल कर पकाने के लिए कड़ाहे में डालते हैं। २. मिट्टी का वह छोटा बरतन जिससे रेशम रँगने का रंग ढाला जाता है। ३. रबी की कटी हुई फसल का ढेर या राशि। पुं० [सं० शत०, हिं० सै] घास, डंठलों आदि के सौ पुलों का समूह।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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