शब्द का अर्थ
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					सक्त					 :
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					वि० [सं०] १. किसी के साथ लगा या सटा हुआ। संलग्न। २. आसक्त। वि०=सख्त। (कड़ा)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					सक्त-चक्र					 :
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					पुं०[सं०] ऐसा राष्ट्र जो चारो ओर शक्ती शाली राष्ट्रो से घिरा हो। राष्ट्रचक्र।				 | 
			
			
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					सक्त-मूत्र					 :
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					पुं० [सं०] चरक के अनुसार वह व्यक्ति जिसे थोड़ा-थोड़ा पेशाब होता हो।				 | 
			
			
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					सक्ति					 :
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					स्त्री०=शक्ति।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					सक्तु					 :
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					पुं० [सं० शक्तु] भुने हुए अनाज को पीसकर तैयार किया हुआ आटा। सत्तू।				 | 
			
			
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					सक्तुक					 :
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					पुं० [सं०] १. एक प्रकार का विषाक्तफल जिसकी गाँठ में सत्तू के समान चूरा भरा रहता है।। २. सत्तू।				 | 
			
			
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					सक्तुकार					 :
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					पुं० [सं०] वह जो सत्तू बनाता और बेचता हो।				 | 
			
			
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					सक्तुफला					 :
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					स्त्री० [सं०] शमी। वृक्ष। सफेद कीकर।				 | 
			
			
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