शब्द का अर्थ
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					संस्तर					 :
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					पुं० [सं० सम्√स्तृ (रुकना)+अच्] १. तह। परत। २. घास-फूस आदि की चटाई या बिछौना। ३. घास-फूस आदि का छप्पर। ५. जलाशय या नदी का नीचे वाला भू-भाग। तल। ६. भू-गर्भ में, कोई ऐसी तह या परत जो एक ही तरह के तत्व या पदार्थ की बनी हो, अथवा किसी विशिष्ट काल में जमी हो। (बेड) जैसे—कोयले का संस्तर, चूने का संस्तर आदि।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					संस्तरण					 :
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					पुं० [सं० सम्√स्तृ (आच्छादन करना)+ल्युट्-अन] १. फैलाना। पसरना। २. बिछौना। बिछावन। ३.छितराना। बिखेरना। ४. तह या परत चढ़ना। ५. बिछौना। बिस्तर।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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