शब्द का अर्थ
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					वृहत्					 :
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					वि० [सं०] आकार-प्रकार मान-परिमाण आदि में जो बहुत बड़ा हो। जैसे—वृहत् कोश।				 | 
			
			
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					वृहत्कंद					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स० ब० स०] १. विष्णुकंद। २. गाजर।				 | 
			
			
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					वृहत्काम					 :
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					पुं० [सं०] भीम।				 | 
			
			
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					वृहत्कुक्षि					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] जिसका पेट निकला या बढ़ा हुआ हो।				 | 
			
			
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					वृहत्ताल					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] श्रीताल (वृक्ष)।				 | 
			
			
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					वृहत्तृण					 :
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					पुं० [सं० ब० स० कर्म० स० वा] बाँस।				 | 
			
			
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					वृहत्त्वक्					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] सप्तवर्ष या सतिवन नामक वृक्ष।				 | 
			
			
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					वृहत्त्वच					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] नीम का पेड़।				 | 
			
			
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					वृहत्पंचमूल					 :
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					पुं० [सं० पंचमूल, द्विग, स० बृहत्, पंचमल, कर्म० स० ] बेल। सोनापाठा, गंभारी, पाँडर और गनियारी इन पाँचों का समूह। (वैद्यक)।				 | 
			
			
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					वृहत्पत्र					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] १, हाथीकंद। २. पठानी लोध। ३. बथुआ नामक साग।				 | 
			
			
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					वृहत्पत्रा					 :
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					स्त्री० [सं० वृहत्पत्र+टाप्] १. त्रिपर्णी कंद। २. कासमर्द।				 | 
			
			
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					वृहत्पर्ण					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] पठानी लोध।				 | 
			
			
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					वृहत्पाद					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] वट का वृक्ष। बरगद।				 | 
			
			
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					वृहत्पीलू					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] पहाड़ी अखरोट, महापील।				 | 
			
			
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					वृहत्पुष्प					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] १. केला। २. सफेद कुम्हड़ा। पेठा।				 | 
			
			
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					वृहत्फल					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] १. कुम्हड़ा। २. कटहल। ३. जामुन। ४. चिचड़ा।				 | 
			
			
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					वृहत्फला					 :
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					स्त्री० [सं० वृहत्फल+टाप्] १. कद्दू। लौकी। २. कड़वा कद्दू। ३. महेंन्द्रवारुणी। ४. जामुन। ५. सफेद कुम्हड़ा। पेठा।				 | 
			
			
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