शब्द का अर्थ
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विसृष्ट :
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भू० कृ० [सं० वि√सृज् (रचना)+क्त, षत्व, त-ट] [भाव० विसृष्टि] १. जिसकी सृष्टि हुई हो। २. छोड़ा, त्यागा या निकाला हुआ। ३. प्रेरित। पुं० विसर्ग नामक लेख-चिन्ह जो इस प्रकार लिखा जाता है— |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
विसृष्टि :
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स्त्री० [सं० वि√सृज्+क्तिन्] १. विसृष्ट होने की अवस्था या भाव। २. सृष्टि। ३. छोड़ना, त्यागना या निकालना। ४. भेजना। ५. प्रेरणा करना। ६. संतान। ७. स्राव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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