शब्द का अर्थ
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					विरुद्ध-मति-कारिता					 :
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					स्त्री० [सं०] साहित्य में एक प्रकार का काव्य दोष जो ऐसे पद या वाक्य के प्रयोग में होता है जिससे वाच्य के संबंध में विरुद्ध या अनुचित भाव उत्पन्न हो सकता हो। जैसे—‘‘भवानीश’’ में यह दोष इसलिए है कि भव से उनकी पत्नी का नाम भवानी हुआ है। अब उसमें ईश शब्द जोड़ना इसलिए ठीक नहीं है कि इससे अर्थ हो जायगा—भव की स्त्री के स्वामी।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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