शब्द का अर्थ
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वियोग-श्रृंगार :
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पुं० [सं०] साहित्य में श्रृंगार रस का वह अंग या विभाग जिसमें विरही की दशा का वर्णन होता है। २. संयोग श्रृंगार का जिसमें विरही की दशा का वर्णन होता है। विप्रलंभ। ३. ‘संयोग श्रृंगार’ का विपर्याय। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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