शब्द का अर्थ
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					विभावन					 :
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					पुं० [वि√भू (होना)+णिच्+युच्-अन] १. सोचने की क्रिया या भाव। २. अनुभूति। ३. परीक्षण। ४. तर्क। ५. साहित्य में वह स्थिति जिसमें कविता या नाटक के पात्र के साथ पाठक या दर्शक का तादात्म्य होता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					विभावना					 :
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					स्त्री० [सं०] १. कल्पना। २. कारण के अभाव में कार्य की होनेवाली कल्पना। ३. उक्त के आधार पर साहित्य में एक विरोध मूलक अर्थालंकार। विशेष—यह पाँच प्रकार का कहा गया है— (क) कारण के अभाव में कार्य होना, (ख) अपर्याप्त कारण से कार्य होना। (ग) प्रतिबंधक तत्त्व के होने पर भी कार्य होना। (घ) विरुद्ध कारण द्वारा कार्य होना और, (ड़) कार्य से कारण की व्युत्पत्ति होना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					विभावनीय					 :
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					वि० [सं० वि√भू (होना)+णिच्+अनीयर्] जिसकी भावना अर्थात् चिंतन या विचार हो सके।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |