शब्द का अर्थ
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विपुल :
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वि० [सं०] [स्त्री० विपुला] [भाव० विपुलता] १. संख्या या परिमाण में बहुत अधिक। २. बहुत बड़ा। विशाल। ३. बहुत गंभीर या गहरा। पुं० १. सुमेरु पर्वत का पश्चिमी भाग। २. हिमालय। ३. एक प्रसिद्ध पर्वत जिसकी अधिष्ठाती देवी विपुला कही गई है। ४. राजगृह के पास की एक पहाड़ी। |
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समानार्थी शब्द-
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विपुलक :
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वि० [सं० ब० स०] १. बहुत चौड़ा। २. पुलक से रहित। |
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विपुलता :
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स्त्री० [सं० विपुल+टाप्] विपुल होने की अवस्था या भाव। |
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विपुला :
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स्त्री० [सं० विपुल+टाप्] १. पृथ्वी। २. विपुल नामक पर्वत की अधिष्ठाती देवी। ३. एक प्रकार का छन्द जिसके प्रत्येक चरण में भगण, रगण और दो लघु होते हैं। ४. आर्या छन्द के तीन भेदों में से एक जिसके प्रथम चरण में १८ दूसरे में १२ तीसरे में १४ और चौथे में १३ मात्राएँ होती हैं। |
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विपुलाई :
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स्त्री०=विपुलता। |
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