शब्द का अर्थ
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विचारण :
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पुं० [सं० वि√चर् (चलना)+णिच्+ल्युट-अन] विचारने की क्रिया या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
विचारणा :
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स्त्री० [सं० विचारण+टाप्] १. विचारने की क्रिया या भाव। २. सोची-विचारी हुई बात। ३. कोई काम करने से पहले यह सोचना कि यह काम करना चाहिए या नहीं अथवा हम से हो सकेगा या नहीं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
विचारणीय :
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वि० [सं० वि√चर् (चलना)+णिच्+अरीयर्] १. (बात या विषय) जिस पर विचार करना उचित हो या विचार किया जाने को हो। चिन्त्य। २. सन्दिग्ध। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |