शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					वर्द्धन					 :
				 | 
				
					वि० [सं० √वृध्+णिच्+ल्यु–अन] वृद्धि करनेवाला। जैसे—आनंदवर्धन। पुं० [√वृध्+णिच्+ल्युट—अन] १. वृद्धि करने या होने की अवस्था, क्रिया या भाव। २. वृद्धि। बढ़ती।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
				| 
					वर्द्धनी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० वर्द्धन+ङीप] १. झाड़ू। २. संगीत में कर्नाटकी पद्धति की एक रागिनी।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |