शब्द का अर्थ
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					लोम					 :
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					पुं० [सं०√लू (छेदन)+मनिन्] १. शरीर पर के छोटे-छोटे बाल। रोएँ। रोम। २. केश। बाल। पुं० [सं० लोमश] लोमड़ी।				 | 
			
			
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					लोम-कर्ण					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] शशक। खरगोश।				 | 
			
			
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					लोम-कूप					 :
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					पुं०=रोमकूप।				 | 
			
			
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					लोम-नाशक					 :
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					वि० [सं० ष० त०] (औषध या पदार्थ) जिसे लगाने से शरीर के रोएँ या बाल झड़ जाते हों।				 | 
			
			
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					लोम-विलोम					 :
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					पुं० [सं०] साहित्य में एक प्रकार का शब्दालंकार जिसमें किसी पद या वाक्य की रचना इस प्रकार की जाती है कि सीधी तरह से पढ़ने से तो उसका अर्थ निकलता ही है, उलटी तरह से अर्थात् अन्त से आरम्भ करके पढ़ने पर भी उसका कुछ भिन्न अर्थ निकलता है। जैसे—‘चोर सबे निमि काल फल’ को उलटी तरह से पढ़े तो रूप होगा।—लै फल कामिनि बेस रची।				 | 
			
			
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					लोम-हर्षण					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] १. पुराणों के अनुसार व्यास के एक शिष्य का नाम जो उग्रस्रवा के पुत्र थे। इन्हीं को सूत भी कहते हैं। २. रोमांच। वि०=रोम-हर्षक।				 | 
			
			
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					लोमड़ी					 :
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					स्त्री० [सं० लोभटक] १. कुत्ते की तरह का एक जंगली हिंसक पशु, जिसकी चालाकी बहुत प्रसिद्ध है। २. लाक्षणिक अर्थ में, चालाक स्त्री।				 | 
			
			
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					लोमध्न					 :
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					पुं० [सं० लोमन√हन् (मारना)+क] सिर का गंजा नामक रोग। वि०=लोम नाशक।				 | 
			
			
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					लोमपाद					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] अंग देश के एक राजा जो दशरथ के मित्र थे। रोमपाद।				 | 
			
			
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					लोमपादपुर					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] चंपा नगरी (आधुनिक भागलपुर) का एक पुराना नाम।				 | 
			
			
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					लोमश					 :
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					पुं० [सं० लोमन+श] १. एक ऋषि जिन्हें पुराणों में अमर माना गया है। महाभारत के अनुसार ये युधिष्ठिर के साथ तीर्थयात्रा को गये थे और उन्हें सब तीर्थों का वृत्तान्त इन्होंने बतलाया था। २. भेड़ा। मेष। वि० बड़े-बड़े रोमों या रोओंवाला।				 | 
			
			
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					लोमश-मार्जार					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] गंध-बिलाव।				 | 
			
			
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					लोमशा					 :
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					स्त्री० [सं०] १. वैदिक काल की एक स्त्री जो कई मंत्रों की रचयिता मानी जाती है। २. काक-जंघा। ३. बच। ४. अतिबला। ५. केवाँच।				 | 
			
			
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					लोमस					 :
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					पुं०=लोमश।				 | 
			
			
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					लोमहर्षक					 :
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					वि०=लोमहर्षक।				 | 
			
			
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					लोमांच					 :
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					पुं० =रोमांच।				 | 
			
			
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					लोमाश					 :
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					पुं० [सं० लोमन्√अश् (भोजन)+अण्] [स्त्री० लोमाशिका] गीदड़। श्रृंगाल।				 | 
			
			
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