शब्द का अर्थ
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					लस्त					 :
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					वि० [सं०√लस् (क्रीड़ा)+क्त] १. क्रीड़ित। २. शोभायुक्त। सुन्दर। ३. फबता या भला लगता हुआ। वि० [सं० श्लथ] १. थका हुआ। शिथिल। श्रम या थकावट से ढीला। जैसे—चलते-चलते शरीर लस्त हो गया। २. जिसमें कुछ करने की शक्ति न रह गई हो। अशक्त।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					लस्तक					 :
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					पुं० [सं० लस्त+कन्] धनुष का मध्य भाग।				 | 
			
			
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					लस्तकी (किन्)					 :
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					पुं० [सं० लस्तक+इनि] धनुष।				 | 
			
			
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					लस्तगा					 :
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					पुं० [हिं० लस+लगाव] १. बहुत थोड़ा सम्पर्क या संबंध। २. क्रम। सिलसिला। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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