शब्द का अर्थ
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					ललना					 :
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					स्त्री० [सं०√लल्+णिच्+ल्यु—अन+टाप्] १. सुन्दर स्त्री०। कामिनी। २. जिह्वा। जीभ। ३. बौद्ध हठ योग में इड़ा नाड़ी का एक नाम। ४. एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में भगण, मगण और दो सगण होते हैं। पुं० ‘ललन’ का संबोधन कारकवाला रूप। हे ललन। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					ललना-चक्र					 :
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					पुं० [सं० उपमित स०] परवर्ती हठ-योगिनी के अनुसार शरीर के अन्दर का एक कमल या चक्र। (अष्ट कमल और षट्-चक्र से भिन्न)।				 | 
			
			
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					ललना-प्रिय					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] कदंब (पेड़)।				 | 
			
			
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