शब्द का अर्थ
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					रूप-माला					 :
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					स्त्री० [सं० ष० त०] १, एक प्रकार का सम-वृत मात्रिक छंद जिसके प्रत्येक चरण में १४ और १0 के विश्राम से २४ मात्राएँ होती हैं। २. एक प्रकार का सम वृत्त वर्णिक छंद जिसके प्रत्येक चरण में क्रम से रगण, मगण, जगण, भगण और अंत में गुरु लघु होता है।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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