शब्द का अर्थ
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					रई					 :
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					स्त्री० [सं० रय=हिलाना] दही मथने की लकड़ी। मथानी। खैलर। क्रि० प्र०—चलाना।—फेरना। स्त्री० [हिं० रवा] १. गेहूँ का मोटा आटा। दरदरा आटा। २. सूखी। ३. कोई महीन चूर्ण। वि० स्त्री० [हिं० रँचना=सं० रंजन] १. डूबी हुई। पगी हुई। २. अनुरक्त। ३. मिली हुई।				 | 
			
			
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					रईस					 :
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					पुं० [अ०] १. रियासत का स्वामी। इलाकेदार। ताल्लुकेदार। २. बहुत बड़ा धनी या सम्पन्न और प्रतिष्ठित व्यक्ति। ३. किसी स्थान का राजा या प्रधान अधिकारी।				 | 
			
			
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					रईसजादा					 :
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					पुं० [फा० रईसजादः] [स्त्री० रईसजादी] रईस या बहुत बड़े आदमी का लड़का।				 | 
			
			
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					रईसी					 :
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					स्त्री० [हिं० रईस] १. रईस होने की अवस्था या भाव। २. कोई ऐसा काम या बात जिसमें केवल शौक से और रईसों की तरह बहुत अधिक व्यय किया गया हो।				 | 
			
			
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