शब्द का अर्थ
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					मृतक					 :
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					वि० [सं० मृत+कन्] १. मरा हुआ। मुरदा। मृत। २. साहित्य में (पद या वाक्य) जिसका कुछ भी वास्तविक अर्थ न हो। जैसे—(क) बादाम में सोया हुआ आदमी। (ख) च्यूँटी पर हाथी की सवारी। पुं० १. मरा हुआ प्राणी या उसका मृत शरीर। २. घर के किसी प्राणी या सम्बन्धी के मर जाने पर होनेवाला अशौच।				 | 
			
			
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					मृतक-कर्म					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] मृतक की शुद्ध गति के निमित्त किया जानेवाला कृत्य। प्रेम कर्म। जैसे—दाह, षोडशी, दशगात्र इत्यादि।				 | 
			
			
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					मृतक-धूम					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] राख। भस्म।				 | 
			
			
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					मृतकल्प					 :
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					वि० [सं० मृत+कल्पप] दे० ‘मृत-पाय’।				 | 
			
			
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					मृतकांतक					 :
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					पुं० [सं० मृतक-अंतक, ष० त०] श्रृंगाल। गीदड़। वि० मृत शरीर का अन्त या नास करनेवाला।				 | 
			
			
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