शब्द का अर्थ
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					मूढ़					 :
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					वि० [सं०√मुह् (अविवेक)+क्त] [भाव० मूढ़ता] १. जिसे कुछ भी बुद्धि न हो। परम मूर्ख। बिलकुल नासमझ। २. निष्चेष्ट। स्तब्ध। ३. हक्का-बक्का। पुं० तमोगुण की प्रधानता के कारण चित्त के निन्द्रायुक्त या स्तब्ध होने की अवस्था या भाव।				 | 
			
			
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					मूढ़-गर्भ					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] ऐसा गर्भ जिसमें से सन्तान न हो सके। विकृत होकर गिर जानेवाला गर्भ।				 | 
			
			
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					मूढ़-वात					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] १. किसी कोश में रुकी या बँधी हुई वायु। २. बहुत जोरों का अन्धड़। तूफान। जैसे—मूढ़-वाताहत जहाज=तूफान का मारा हुआ जहाज।				 | 
			
			
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					मूढ़ता					 :
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					स्त्री० [सं० मूढ़+तल्+टाप्] १. मूढ़ होने की अवस्था या भाव। २. मूर्खता। ३. अज्ञान।				 | 
			
			
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					मूढ़ी					 :
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					स्त्री०=मूड़ी (फरवी)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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