शब्द का अर्थ
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					माँझ					 :
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					अव्य० [सं० मध्य] में। भीतर। बीच। पुं० १. अन्तर। फर्क। २. नदी के बीच में निकली हुई रेतीली भूमि।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					माँझा					 :
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					पुं० [सं० मध्य] १. नदी के बीच की सूखी जमीन या टापू। २. वृक्ष का तना। ३. वे कपड़े जो वर और कन्या को विवाह से पहले पहनाये जाते हैं। ४. पगड़ी पर लगाया जानेवाला एक तरह का आभूषण। ५. एक प्रकार का ढाँचा जो गोड़ाई के बीच में रहता है और जो पाई को जमीन पर गिरने से रोकता है। (जुलाहे)। पुं० [हिं० माँजना]लेई, शीशे की बुकनी आदि का वह रूप जो डोर या नख पर उसे तेज तथा धारदार करने के लिए चढ़ाया जाता है। क्रि० प्र०—चढ़ाना।—देना। पुं० १. =माँझा। (बड़ी खाट) २. =माँजा (फेन)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					माँझिल					 :
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					वि० [सं० मध्य] मध्य का। बीच का। क्रि० वि० बीच या मध्य में।				 | 
			
			
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					माँझी					 :
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					पुं० [सं० मध्य, हिं० माँझ] केवट। मल्लाह। पुं० =मध्यस्थ। पुं० [?] बलवान (डिं०)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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