शब्द का अर्थ
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					महत्त्व					 :
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					पुं० [सं० महत्+त्व] १. महत् या महा अर्थात् सबसे बड़े होने की अवस्था या भाव। २. बड़प्पन। बड़ाई। श्रेष्टता। ३. किसी काम, बात या चीज की वह अवस्था जिसमें वह अर्थ, उपयोग, परिणाम, प्रभाव, मूल्य आदि के विचार से औरों से बहुत बढ़कर मानी या समझी जाती है। (इम्पार्टेन्स) जैसे—महत्त्व का विचार, महत्त्व का समाचार आदि।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					महत्त्वपूर्ण					 :
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					वि० [सं० तृ० त०] जिसका कुछ या अधिक महत्त्व हो।				 | 
			 
			
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					महत्त्वाकांक्षा					 :
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					स्त्री० [सं० महत्त्व-आकांक्षा, ष० त०] दे० ‘उच्चाकांक्षा’।				 | 
			 
			
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