शब्द का अर्थ
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					मंडली					 :
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					स्त्री० [सं० मंडल+अच्+ङीष्] १. मनुष्यों की गोष्ठी या समाज। २. जीव-जंतुओं का झुड या दल। ३. एक ही प्रकार का उद्देश्य या विचार रखनेवाले अथवा एक ही तरह का काम करनेवाले लोगों का दल या समूह। जैसे—भजन-मंडली। ४. दूब। ५. गुरुच। गिलोय। पुं० [सं० मंडल+इनि] १. सुश्रुत के अनुसार साँपों के आठ भेदों में से एक भेद या वर्ग। २. वट वृक्ष। बड़ का पेड़। ३. बिड़ाल। बिल्ली। ४. नेवले की जाति का बिल्ली की तरह का एक जंतु जिसे बंगाल में खटाश और उत्तर प्रदेश में सेंधुआर कहते हैं। ५. सूर्य।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					मंडलीक					 :
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					पुं० [सं मांडलिक] एक मंडल या १२ राजाओं का अधिपति।				 | 
			
			
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					मंडलीकरण					 :
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					पुं० [सं० मंडल+च्वि, ईत्व√कृ (करना)+ल्युट्—अन] १. मंडल या घेरा बनाना। २. कुंडली बनाना, बाँधना या मारना।				 | 
			
			
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