शब्द का अर्थ
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					भीष्म					 :
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					वि० [सं०√भी+मक्, षुक्-आगम] डरावना। भयंकर। भीषण। पुं० १. शिव। २. गंगा के गर्भ से उत्पन्न राजा शान्तनु का आठवाँ और सबसे छोटा पुत्र जो ‘गांगेय’ और ‘देवव्रत’ भी कहा जाता है। ३. साहित्य का भयानक रस। ४. राक्षस। ५. दे० ‘भीष्मक’।				 | 
			
			
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					भीष्म-पंचक					 :
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					स्त्री० [सं० मध्य० स०] कार्तिक शुक्ला एकादशी से पूर्णिमा तक के पाँच दिन।				 | 
			
			
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					भीष्म-पितामह					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] राजा शान्तनु के पुत्र। भीष्म।				 | 
			
			
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					भीष्म-मणि					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] एक तरह का सफेद पत्थर।				 | 
			
			
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					भीष्म-रत्न					 :
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					पुं०=भीष्म मणि।				 | 
			
			
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					भीष्म-सू					 :
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					स्त्री० [सं० ष० त०] भीष्म की माता, गंगा।				 | 
			
			
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					भीष्मक					 :
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					पुं० [सं० भीष्म+कन्] विदर्भ देश के एक राजा जो रुक्मिणी के पिता थे।				 | 
			
			
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					भीष्माष्टमी					 :
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					स्त्री० [सं० भीष्म-अष्टमी, मध्य० स०] माघ शुक्ला अष्टमी। इस तिथि को भीष्म ने प्राण त्यागे थे।				 | 
			
			
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