शब्द का अर्थ
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					भाँड़ना					 :
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					अ० [सं० भंड] १. व्यर्थ इधर-उधर घूमना। मारे-मारे पिरना। २. किसी पर अनुरक्त होना। ३. किसी ओर प्रवृत्त होना। ४. किसी प्रकार के कष्ट का अनुभव करना। उदाहरण—सो बोलै जा को जिउ भाँड़ै।—जायसी। स० १. किसी के अपराधों, कुकृत्यों, दोषों आदि की जगह-जगह चर्चा करके उसे बदनाम करना। २. किसी का भंडा फोड़ना या उसे नष्ट करना। बिगाड़ना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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